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बिना बुखार के भी हो सकता है डेंगू

लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

रूद्रपुर। ज्यादातर लोग यही समझते हैं कि डेंगू बुखार आने पर ही होता है। लेकिन कई बार डेंगू बिना बुखार के भी हो सकता है। डेंगू के रोगी को बुखार के अलावा भी कुछ लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

नारायण अस्पताल की सीनियर फिजिशियन डा। सोनिया अदलखा के मुताबिक डेंगू मच्छर के काटने से फैलने वाला वायरस है। डेंगू के लक्षणों में आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, चक्कर आना और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। लेकिन कई बार डेंगू बिना बुखार के भी हो सकता है। ऐसे में भी यदि शरीर में भारी दर्द, चक्कर आना, उल्टी-दस्त जैसे लक्षण महसूस हों, तो सतर्क हो जाना चाहिए। डेंगू बिना उपचार के जानलेवा साबित हो सकता है। बुखार के बिना होने वाले डेंगू में सिर, पीठ और हड्डियों में भारी दर्द होता है, चक्कर आना डेंगू का संकेत हो सकता है। बुखार के बिना भी अचानक उल्टी-दस्त हो सकता है। डेंगू में शरीर पर लाल रंग के चकत्ते निकलते हैं। आंखों का बहुत दर्द होना और लाली आना। इन मामलों में बिना बुखार के भी डेंगू हो सकता है। कभी-कभी डेंगू का बुखार बहुत कम ग्रेड का होता है जिसे मरीज बुखार समझ ही नहीं पाता। डेंगू के प्रारंभिक चरण में बुखार न होना और बाद में बुखार आ सकता है। कुछ लोगों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है जिनमें बुखार कम रहता है। कुछ लोगों को पहले डेंगू हुआ हो तो बुखार नहीं आता है। एंटीपायरेटिक दवाएं लेने से बुखार नियंत्रित रहता है,बुढ़ापे में प्रतिरक्षा कमजोर होने से बुखार कम होता है। इसलिए बुखार न होने के बावजूद भी डेंगू के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इनमें से कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। क्यों कि डेंगू का उपचार समय पर नहीं हुआ तो प्लेटलेट्स गिरने का खतरा रहता है और जिससे मरीज की हालत तेजी से बिगड़ने लगती है। इसलिए डेंगू को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

कैसे फैलता है डेगू
डेंगू वायरस को एडीज नामक मच्छर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलाता है।ये एडीज मच्छर की मादा प्रजाति होती है। जब मादा एडीज मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमित व्यक्ति का खून चूसती है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। फिर जब वही मच्छर किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसके लार के माध्यम से डेंगू वायरस उस व्यक्ति में प्रवेश कर जाता है और डेंगू बीमारी हो जाती है। डेंगू के लक्षण आम तौर पर एडीज मच्छर के काटने के 3 से 14 दिनों के बीच में दिखाई देने लगते हैं। मच्छर काटने के बाद लक्षण उभरने का औसत समय 4 से 7 दिन का होता है, लेकिन यह व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकता है। कुछ लोगों में तो लक्षण तीव्र गति से केवल 3 से 4 दिनों के अंदर ही दिखाई देने लगते हैं, जबकि कुछ में ये लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हुए 2 सप्ताह तक टिके रह सकते हैं। लक्षणों के प्रकट होने का समय व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है। इसलिए डेंगू से बचने के लिए मच्छरों के काटने से बचाव बेहद जरूरी है। घर के आसपास मच्छरों को पनपने से रोकना चाहिए।

कब करवाना चाहिए टेस्ट?
अगर अचानक से बुखार आता है जो 103 डिग्री से अधिक है और 2-7 दिन तक रहता है। अगर सिरदर्द, पीठ दर्द, उल्टी-दस्त जैसे लक्षण 3-4 दिनों से बने हुए हैं। अगर शरीर पर लाल चकत्ते या रक्तस्राव हो रहा है। इन लक्षणों के बने रहने पर तुरंत डेंगू टेस्ट करवा लेना चाहिए।